परिभाषा

जब दो या दो से अधिक व्यक्ति संयुक्त रूप से अपनी पूँजी लगाकर एक व्यापार  चलाते हैं, तो इस व्यापार को साझा (Partnership) कहते हैं।

Partnership
Partnership

इस प्रकार के साझे के व्यापार में प्राप्त कुल लाभ या हानि को साझेदारों की पूँजी के अनुपात में बाँटते हैं ।

साझा के प्रकार

साधारण साझा

यदि सभी साझेदारों द्वारा पूँजी समान अवधि के लिए व्यापार में लगाई गई हो, तो ऐसे साझे को साधारण साझा कहते हैं।

मिश्रित या चक्रीय साझा

यदि साझेदार द्वारा पूँजी विभिन्न समयावधि के लिए व्यापार में लगाई गई हो, तो ऐसे साझे को मिश्रित या चक्रीय साझा कहते हैं।

साझेदार और उनके प्रकार

साझेदारी में साझेदार दो प्रकार के होते हैं :-

  1. सक्रिय साझेदार (Active or working partner)
  2. निष्क्रिय साझेदार (Sleeping partner)
सक्रिय साझेदार

वह साझेदार जो व्यापार की देखभाल करता है, सक्रिय साझेदार कहलाता है। इस देखभाल या प्रबंध के लिए लाभ में से पारिश्रमिक के रूप में एक निश्चित अंश उसे अधिक प्राप्त होता है।

निष्क्रिय साझेदार

वह साझेदार जो व्यापार में पूँजी तो लगाता है, लेकिन व्यापार की देखरेख नहीं करता है, निष्क्रिय साझेदार कहलाता है।

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