त्रिकोणमिति (Trigonometry) गणित की वह शाखा है जिसमें त्रिभुज और त्रिभुजों से बनने वाले बहुभुजों का अध्य्यन होता है। त्रिकोणमिति का शब्दिक अर्थ है त्रिभुज का मापन। त्रिकोणमिति में सबसे अधिक महत्वपूर्ण है समकोण त्रिभुज का अध्ययन। त्रिभुजों और बहुभुजों की भुजाओं की लम्बाई और दो भुजाओं के बीच के कोणों का अध्ययन करने का मुख्य आधार यह है कि समकोण त्रिभुज की किन्ही दो भुजाओं (आधार, लम्ब व कर्ण) का अनुपात उस त्रिभुज के कोणों के मान पर निर्भर करता है। त्रिकोणमिति का ज्यामिति की प्रसिद्ध बौधायन प्रमेय (पायथागोरस प्रमेय) से गहरा सम्बन्ध है।
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यूनानी वर्णों को गणित में प्रतीकों के रूप में उपयोग किया जाता है। यूनानी वर्णमाला के हर अक्षर को छोड़कर ओमिक्रॉन को गणित में उपयोग किया जाता है क्योंकि यह रोमन अक्षर जैसा दिखता है। अन्य सभी लोअरकेस फॉर्म और उन सभी अपरकेस फॉर्म जो लैटिन वर्णमाला के समान नहीं हैं, का उपयोग किया जाता…
कोण की परिभाषा (Definition of angle) दो सरल रेखाओं के किसी विन्दु पर मिलने से जो झुकाव होता है उसे कोण कहते हैं। कोण के प्रकार (Types of angles) न्यून कोण समकोण अधिक कोण सरल कोण पुनर्युक्त कोण न्यून कोण जिस कोण का मान 90 डिग्री या समकोण से कम होता है, उसे न्यून कोण कहते हैं। जैसे – ABC एक न्यून कोण है। समकोण…